चलो तुम साथ मत देना ..मुझे बेशक भुला देना ..
नए सपने सजा लेना ..नए रिश्ते बना लेना ..
भुला देना सभी वादे ...सभी कसमें सभी नाते .
तुम्हें इजाज़त है मेरी जानम ..जो दिल चाहे वो सब करना ..
मगर अब तुम किसी से भी ..अधूरा प्यार मत करना ...
अधूरा प्यार मत करना ....अधूरा प्यार मत करना ...
...............................................................................................प्रशांत अवस्थी
No comments:
Post a Comment